पॉलिथीन प्रदूषण

प्रदूषण पॉलिथीन
आज मानव जीवन के दैनिक क्रियाकलाप में पॉलिथीन ने एक अलग ही स्थान बना ली है। पॉलिथीन के बिना कोई भी कार्य पूर्ण नहीं हो रहा है। जहां देखो वहां ही पॉलिथीन ही पॉलिथीन और उसे से बने हुए चीजें दिखाई पढ़ पढ़ रही हैं। पॉलिथीन एक तरफ मानव जीवन के लिए तो खतरा है ही परंतु यह हमारे पर्यावरण के लिए भी घातक है।

Polothine
पॉलिथीन में चाय

      पॉलिथीन का कचरा हमारे भूमि को ना केवल बंजर बना रहा है, बल्कि समुंद्र में भी पॉलिथीन कचरा से कई जीवो के लिए खतरा उत्पन्न हो चुका है। कई समुद्री जीव तो पॉलिथीन और प्लास्टिक से विलुप्त होने के कगार पर पहुंच चुके हैं और कुछ विलुप्त हो चुके हैं। चाहे वह हिमालय का माउंट एवरेस्ट हो या कोई अन्य पर्यटक स्थल या समुद्री तट हो, सभी जगह जिधर देखो उधर ही प्लास्टिक और पॉलिथीन ही नजर आते हैं। सरकार समय-समय पर पॉलीथिन पर रोक लगाती है और इसे बैन करने की कोशिश करती है, परंतु जनता में सर्व सुलभ होने के कारण पॉलिथीन पुनः उपयोग में आ जाती है। सरकार को कड़े फैसले लेकर पॉलिथीन और प्लास्टिक पर अच्छी तरह रोक लगाने का प्रयास करना चाहिए। जिससे प्लास्टिक और पॉलिथीन का प्रयोग ना होने पाए। सरकार ने प्लास्टिक इस्तेमाल को लेकर कड़े कानून लागू किए हैं, इसके बावजूद फिर भी प्लास्टिक की थैलियां प्रयोग में लाई जा रही हैं। पॉलिथीन नियमों के तहत कोई भी दुकानदार 50 माइक्रोन से कम के पालिथीन उत्पादन पर और भंडारण पर रोक लगा चुकी है। लेकिन लोग चोरी छुपे फिर भी घटिया क्वालिटी के पॉलिथीन के थैले इस्तेमाल करते हैं और यह पॉलिथीन खाने-पीने के सामानों के साथ हमारे घरों में पहुंच जाती है । जिससे लोगों को इन पॉलिथीन के थैलियों के प्रयोग से तरह-तरह के रोग हो रहे हैं।। अगर पॉलिथीन को जलाकर नष्ट किया जाता भी है, तो इससे जहरीली गैसें निकलती हैं, जो पूरी मानव आबादी के लिए और प्राणियों के लिए जीव जंतुओं के लिए हानिकारक होती है। पॉलिथीन जलाने से वहां की धरती जहां पर यह पॉलिथीन जलाई जा रही है, बंजर हो जाती है। कुछ लोग तो पॉलिथीन के पैकेट में गरम-गरमग खाना होटलों से पैक करा के और पॉलिथीन के थैली में चाय लाकर पीते हैं, खाते हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य पर पर इसका काफी खराब असर पड़ता है और कैंसर जैसी घातक बीमारी, समस्याओं के रूप में सामने आने लगती है।

 आज पॉलिथीन मानव जाति के लिए खतरा बनकर उभर रही है, क्योंकि हमारी हर जरूरतों में उनके हमारी हर जरूरतों में प्लास्टिक की कहीं ना कहीं उपलब्धता रहती है। भोजन के पैक करने के लिए भी बड़े पैमाने पर होटल, रेस्टोरेंट इत्यादि में पॉलिथीन का धड़ल्ले से उपयोग हो रहा है। सरकार को चाहिए कि पॉलिथीन को पूर्ण रूप से रोक लगाएं और इससे होने वाले स्वास्थ्य संबंधी खतरों से लोगों को अवगत कराया जाए। प्लास्टिक या पॉलिथीन का उपयोग कम करने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए।

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